e nam रजिस्ट्रेशन: ई-नाम ऑनलाइन किसान पंजीकरण@enam.gov.in Portal. ऑनलाइन किसान पंजीकरण कराने के फायदे.

e nam रजिस्ट्रेशन | ई-नाम ऑनलाइन | e nam Kisan Registration | ई-नाम ऑनलाइन किसान पंजीकरण | enam.gov.in Portal

मोदी सरकार राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-Nam) से देश की 415 और मंडियों को जोड़ने की तैयारी कर रही है. इसके बाद ई-नाम पोर्टल पर मंडियों की कुल संख्या एक हजार हो जाएगी. देशभर में करीब 2,700 कृषि उपज मंडियां और 4,000 उप-बाजार हैं.  फिलहाल ई-नाम में रजिस्टर्ड 1.68 करोड़ किसान, व्यापारी और एफपीओ (FPO-Farmer Producer Organisation) घर बैठे 585 ई-मंडियों में अपना सामान बेच सकते हैं. संकट की इस घड़ी में लोगों को इस ऑनलाइन बाजार की अहमियम का पता चल रहा है.

 

दरअसल, यह एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है जो पूरे भारत में मौजूद एग्री प्रोडक्ट मार्केटिंग कमेटी को एक नेटवर्क में जोड़ने का काम करती है. इसका मकसद एग्रीकल्चर प्रोडक्ट के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक बाजार उपलब्ध करवाना है. इस ऑनलाइन मंडी से जुड़े करीब पौने दो करोड़ किसानों को कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान अपना उत्पाद बेचने में मदद मिल रही है.

देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे देश के किसानो को अपने फसलों को लेकर होने वाली समस्या को सुलझाने के लिए e nam रजिस्ट्रेशन नाम की योजना को शुरू किया है e  नाम को राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के नाम से भी जाना जाता है । राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक पैन-इंडिया इलेक्ट्रॉनिक व्यापार पोर्टल है जो कृषि से संबंधित उपजो के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करने के लिए मौजूदा ए।पी।एम।सी मंडी का एक प्रसार है।इस e nam Portal के माध्यम से देश के किसान अपनी फसलों को कही से भी ऑनलाइन अपनी फसल भेज सकते है और ऑनलाइन बेचीं गयी फसलों का भुगतान अपने बैंक अकाउंट में प्राप्त कर सकते है ।

e nam रजिस्ट्रेशन

लघु कृषक कृषि व्यापार संघ भारत सरकार के कृषि ! और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत ई-नाम को लागू करने के लिए प्रमुख एजेंसी है ।राष्ट्रीय कृषि बाजार /national agriculture market(ई-नाम) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है ! जो कृषि उत्पादों के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाने हेतु मौजूदा एपीएमसी मंडियों को ऑनलाइन नेटवर्क से जोडता है । जैसे देश के लोगो को काफी फायदा होगा ।देश के जो इच्छुक लाभार्थी अपनी फसल को ऑनलाइन बेचना चाहते है तो वह घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से  e naam पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन बेच सकते है ।अब अलग-अलग किसान ई-एनएएम पोर्टल पर enam.gov.in पर किसान पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते

क्या है राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना

क्या है राष्ट्रीय बाजार योजना :- राष्ट्रीय कृषि बाज़ार एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेडिंग पोर्टल है जिससे मौजूदा कृषि उपज विपणन समितियों (एपीऍमसी) और अन्य कृषि मंडियों के नेटवर्क से जोड़कर एक विशाल बाज़ार का निर्माण किया है I राष्ट्रीय कृषि बाज़ार कहने को तो वर्चुअल बाजार है, लेकिन यह किसी भी किसान/व्यापारी को देश की किसी भी कृषि मंडी में समान खरीदने व बेचने की सहूलियत देता है I कृषि बाजार को राज्यों द्वारा उनके कृषि-व्यवसाय विनिमय द्वारा संचालित किया जाता है, जिसके अंतर्गत, राज्य को विभिन्न बाजार क्षेत्रों में बांटा जाता है, जिसमें से प्रत्येक का संचालन अलग-अलग कृषि उपज बाजार समिति (ए.पी.एम.सी), जो इसके अपने व्यवसाय विनिमय (शुल्क के साथ) को लागू करता है, के द्वारा किया जाता है। बाजारों का यह विखंडन, यहां तक कि राज्य के भीतर, एक बाजार से दूसरे बाजार में कृषि उपजो के आवागमन तथा कृषि-उत्पाद के अलग-अलग तरह से निपटान में बाधा पहुंचाता है और मंडी शुल्कों के अलग-अलग स्तर किसानों के अनुरूप लाभ के बिना उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ते जाती है।

ऑनलाइन व्यापार मंच

ई-नाम राज्य एवं राष्ट्रीय दोनों ही स्तर पर ऑनलाइन व्यापार मंच का निर्माण करके इन चुनौतियों को ध्यान दिलाता है, संपूर्ण एकीकृत बाजारों की प्रक्रियाओं को व्यवस्थित करने के लिए एकरूपता को प्रोत्साहित करता है, खरीददारों और विक्रेताओं के बीच की विषम जानकारी को हटाता है तथा वास्तविक मांग एवं आपूर्ति पर आधारित वास्तविक समय मूल्य की खोज को बढ़ावा देता है, नीलामी प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ावा देता है और अपनी उपज की गुणवत्ता वाले अनुरूप मूल्यों एवं ऑनलाइन भुगतान तथा बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद की उपलब्धता के जरिए किसान को राष्ट्रव्यापी बाजार की पहुँच प्राप्त करवाना और उपभोक्ता को अधिक उचित मूल्य पर उत्पाद उपलब्ध करवाना है।

E Nam पर रजिस्ट्रेशन के लाभ

  • ई-नाम पोर्टल सभी ए।पी।एम।सी से संबंधित सूचना और सेवाओं के लिए एक ही स्थान पर सेवा प्रदान करता है। इसमें अन्य सेवाओं के बीच उपज के आगमन और कीमतों, व्यापार प्रस्तावों को खरीदने और बेचने, व्यापार प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया के लिए प्रावधान शामिल हैं।
  • इस ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से देश के किसान ऑनलाइन आवेदन करके अपनी फसल को ऑनलाइन बेच सकते है और अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है ।
  • इस योजना के ज़रिये  देश के किसानों को लाभ प्रदान करना है.
  • e nam रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन मार्केट प्लेटफॉर्म पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से बेहतर कीमत की खोज प्रदान करते हुए कृषि वस्तुओं में अखिल भारतीय व्यापार की सुविधा प्रदान करेगा।
  • अब वे बिचौलियों और आढ़तियों पर निर्भर नहीं हैं ! सरकार ने अब तक देश की 585 मंडियों को ई-नाम के तहत जोड़ा है !
  • सेब, आलू प्याज, हरा मटर, महूआ का फूल, अरहर साबूत, मूंग साबूत, मसूर साबूत (मसूर), उड़द साबूत, गेहूँ, मक्का, चना साबूत, बाजरा, जौ, ज्वार, धान, अरंडी का बीच, सरसों का बीज, सोया बीन, मूंगफली, कपास, जीरा, लाल मिर्च और हल्दी के प्रायोगिक व्यापार की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 को 8 राज्यों के 21 मंडियों में की गई है।
  • हरियाणा की अन्य 02 मंडियों अंबाला और शाहबाद को 1 जून 2016 को ई-नाम पर डाला गया। इस आधार पर, 31 अक्टूबर 2017 तक देश की पहली 470 मंडियों को ई-नाम के साथ एकीकृत किया जाएगा।
  • व्यापार और मूल्य पर वास्तविक समय की जानकारी
  • बेहतर मूल्य खोज के माध्यम से व्यापार में पारदर्शिता
  • राज्य भर के बाजारों तक विस्तारित पहुंच
  • वस्तुओं की गुणवत्ता की जानकारी
  • पारदर्शी ई-बोली प्रक्रिया
  • सीधे ऑनलाइन भुगतान

E Nam पोर्टल की विशेषता क्या है

ई नाम पोर्टल के माध्यम से दो राज्यों के बीच काम किया जाना संभव हो गया है।

इस साल सरकार द्वारा ई नाम में 200 मंडियों को जोड़ा जाएगा और अगले साल 215 और मंडियों को भी शामिल किया जाएगा।

इनाम का कार्यान्वयन लघु कृषक कृषि व्यापारी संघ के द्वारा किया जाता है।

इस पोर्टल के आरंभ होने की वजह से किसानों को अब बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और किसान मंडियों में अपनी फसलें सीधे भेज सकेंगे।

इस पोर्टल की शुरूआत 14 अप्रैल 2016 को की गई थी। जिसके माध्यम से किसान अपनी फसल देश की किसी भी मंडी में भेज सकते हैं।

ई नेम पोर्टल पर पात्रता रजिस्ट्रेशन

इस योजना का लाभ देश के केवल किसान भाई ही उठा सकते है ।

आधार कार्ड

पहचान पत्र

बैंक पासबुक

मोबाइल नंबर

पासपोर्ट साइज फोटो

राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से किसानों को क्या लाभ है

राष्ट्रीय कृषि बाज़ार को ऐसी व्यवस्था के रूप में विकसित किया गया जिससे की इससे जुड़े हर वर्ग को लाभ मिल सके किसान को राष्ट्रीय कृषि बाज़ार के माध्यम से कृषि उत्पाद विक्रय में अधिक दाम मिलने की सम्भावना है

🔥स्थानीय व्यापारियों को अपने ही प्रदेश के अन्य भागों में तथा अन्य राज्यों में कृषि उत्पाद खरीदने व बेचने का मौका मिलेगा

🔥थोक व्यापारियों एवं मिल संचालकों को सीधे राष्ट्रीय कृषि बाज़ार के माध्यम से दूर स्थित मंडियों से कृषि उत्पाद खरीदने का मौका मिलेगा ग्राहकों को कृषि उपज आसानी से उपलब्ध होगी एवं मूल्य स्थिर रहेगा

🔥बड़े पैमाने पर खरीद होने से गुणवत्ता सुनिश्चित होगी तथा बिक्री न होने के कारण उपज ख़राब नहीं होगी

🔥शुरुआत में 24 उपजों जिनमें सेब,आलू,प्याज,हरी मटर, महुआ के फूल. साबुत अरहर, साबुत मूंग, साबुत मसूर, साबुत उड़द, गेंहू, मक्का, चना, बाजरा, जो, ज्वार, धान, अरंडी के बीज, सरसों, सोयाबीन, मूंगफली, कपास, जीरा, लाल मिर्च, और हल्दी शामिल है I 14 अप्रैल 2016 को यह नेटवर्क 8 राज्यों की 21 मंडियों में लागू हुआ और अब  तक 250 मंदिय्या इससे जुड़ चुकी है

🔥हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश एवं झारखण्ड को राष्ट्रीय कृषि बाज़ार से जुड़ने की मंजूरी दे दी है

eNamपर रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया

🔥सर्वप्रथम आवेदक को इ नाम को ऑफसियल वेबसाइट  पर जाना होगा । ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा ।

🔥इस होम  पेज पर आपको Registration का ऑप्शन दिखाई देगा ।आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा ।ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद  आपके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर अगला पेज खुल जायेगा ।

🔥इस पेज पर आपका रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जायेगा ।आपको इस रजिस्ट्रेशन में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे किसान पंजीकरण प्रकार, स्तर का चयन कर सकते हैं नाम , जन्मतिथि , आधार नंबर , बैंक विवरण आदि भरनी होगी और फिर किसानों को पासबुक की कॉपी कॉपी या रद्द किए गए चेक और आईडी प्रूफ की स्कैन कॉपी भी अपलोड करनी होगी ।


🔥सभी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा ।
किसानों को भविष्य के संदर्भ के लिए जमा किए गए आवेदन पत्र का प्रिंटआउट लेना होगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने पर, किसान मंडियों में अपने कृषि उत्पादों को बेचने के लिए लॉगिन कर सकते हैं।


🔥लॉगिन करने के लिए आपको पोर्टल के होम पेज पर जाना होगा ।और इस होम पेज पर आपको लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा । ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा ।


🔥इस पेज पर आपको यूजरनाम ,पासवर्ड और कैप्चा कोड डालकर लॉगिन के बटन पर क्लिक करना होगा ।


पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया


🔥सर्वप्रथम आपको ई नाम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
🔥अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको लॉगिन हेयर के विकल्प पर क्लिक करना होगा।


पोर्टल पर लॉगइन


🔥अब आपके सामने लॉगइन फॉर्म खुलकर आएगा।
आपको इस लोगों फॉर्म में अपना यूजर नेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।


🔥अब आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
इस प्रकार आप पोर्टल पर लॉगिन कर पाएंगे।


ई-एनएएम पोर्टल किसान ऑनलाइन पंजीकरण दिशानिर्देश डाउनलोड कैसे करें


🔥सबसे पहले आपको ई नाम की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा । ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा ।


🔥इस होम पेज पर आपको Resoures का ऑप्शन दिखाई देगा आपको इस ऑप्शन में से Registration Guidelines के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा ।

🔥ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने Registration Guidelines खुल जायेगा ।आप इस तरह e nam रजिस्ट्रेशन कर सकते है ।

ई नाम मंडी से संबंधित जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया

  • 🔥सर्वप्रथम आपको ई नाम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा अब आपके सामने होम पेज खुल कर आए. 👉होम पेज पर आपको ई नाम मंडीज के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

अब आपके सामने निम्नलिखित ऑप्शन खुल कर आएंगे।

👉कांटेक्ट डिटेल्स.

👉ट्रेडिंग डीटेल्स

👉मंडीज ऑनलाइ

👉आपको अपनी आवश्यकता अनुसार विकल्प पर क्लिक करना होगा।

👉इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।👉इस पेज पर आपको अपने राज्य, जिले, कमोडिटी आदि का चयन करना होगा।

👉अब आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।👉संबंधित जानकारी आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होगी।

कंप्यूटर पर ऑप्शन खोलने के बाद ड्रेस बोर्ड देखने की प्रक्रिया

🔥सबसे पहले आपको ई नाम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।

🔥अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।

इसके पश्चात आपको डैशबोर्ड के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

🔥अब आपके सामने निम्नलिखित ऑप्शन खुल कर आएंगे।

🔥ट्रेडिंग डिटेल्स

🔥स्टेकहोल्डर डाटा

🔥स्टेट यूनिफाइड लाइसेंस

🔥ई नाम एमआईएस

🔥लाइव ट्रेड

🔥नाम रिपोर्ट

🔥ReMS प्राइस डिसेमिनेशन

🔥अग्मार्कनेट प्राइस डैशबोर्ड

🔥ई नाम लाइव प्राइस इनफॉर्मेशन

👉आपको अपनी आवश्यकतानुसार विकल्प पर क्लिक करना होगा।

👉इसके पश्चात आपको पूछी गई जानकारी दर्ज करनी होगी।

अब आप को सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

संबंधित जानकारी आप की कंप्यूटर स्क्रीन पर होगी।

 

E Nam योजना के उद्देश्य

👉विनियमित बाजार में पारदर्शी विक्रय सुविधा और मूल्य की खोज के लिए राष्ट्रीय ई-बाजार मंच  है।

👉अपनी राज्य कृषि विपणन बोर्ड/ए.पी.एम.सी के द्वारा ई-व्यापार के विज्ञापन के लिए इच्छुक राज्य अपनी ए.पी.एम.सी अधिनियम में तदनुसार उपयुक्त प्रावधानों को पूरा करते हैं।

👉बाजार यार्ड में भौतिक उपस्थिति या दुकान / परिसर के कब्जे के किसी पूर्व शर्त के बिना राज्य के अधिकारियों द्वारा व्यापारियों / खरीदारों और कमीशन एजेंटों की लिबरल लाइसेंस।

👉व्यापारी का एक लाइसेंस राज्य भर के सभी बाजारों में मान्य रहेगा।

👉कृषि उपज की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप और खरीददारों द्वारा सूचित बोली सक्षम करने के लिए प्रत्येक बाजार में परख करने की क्रिया के लिए (गुणवत्ता परीक्षण) मूलभूत सुविधाओ का प्रावधान।

👉सामान्य व्यापार के लिए गुणवतियो को अब तक 90 उपजों के लिए विकसित किया गया है।

बाजार शुल्क एकत्र करने के एक स्तर, अर्थात् किसान के पहले थोक खरीद पर।

👉आने वाले किसानों की सुविधा के लिए मंडी में ही इस सुविधा का उपयोग करने के लिए चयनित मंडी में/ या नजदीक मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं का प्रावधान।

सुश्री नागार्जुन फर्टलाइजर्स और केमिकल्स लिमिटेड रणनीतिक साथी (एस.पी) है, जो विकास, परिचालन और मंच का रखरखान करने के लिए जिम्मेदार है।

👉रणनीतिक साथी की मुख्य भूमिका बहुत ही व्यापक है और इसमें सॉफ्टवेयर बनाना, ई-नाम के साथ एकीकृत होने के इच्छुक राज्यों में मंडियों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसे अनुकूल बनाना और मंच पर चलाना शामिल है।

इस योजना से जुड़े कुछ फैक्ट और उनके प्रश्न उत्तर

👉 क्या है ई-नाम / What Is E-NAM ?

ई-नाम पोर्टल / e-NAM Portal एक राष्ट्रीय कृषि बाजार है जो ऑनलाइन फसलों की बिकवाली का काम करता है । खरीदार और बेचने के लिए किसान अपने आप को खुद से ऑनलाइन रजिस्टर कर सकते हैं और अपनी फसल के ऊपर एक उचित मूल्य प्राप्त कर सकते हैं । किसानों को उनकी फसल के ऊपर उचित मूल्य दिलवाने के लिए देशभर में कृषि बाजार मंडी की स्थापना की गई है और अब यह राष्ट्रीय कृषि बाजार के रूप में कार्य करता है ।

🔥 ई-नाम पोर्टल के फायदे / Benefits Of E-NAM Portal

👉 देश के अलग-अलग राज्य के किसानों को एक उचित मंडी मिलेगी जिसमें उनके फसल के एवज में एक उचित रकम मिलेगा ।
👉ई-नाम पोर्टल / E-NAM Portal की सहायता से किसाऔर खरीदार के बीच कोई दलाल नहीं रहेगा यानी किसान सीधा अपना फसल खरीदार को दे सकता है ।

किसानों और व्यापारियों के बीच इस कारोबार में स्थानीय कृषि उपज मंडी के हित को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि पूरा व्यापार इसी माध्यम से हो रहा है ।
👉किसानों को उनकी फसल के एवज में एक उचित मूल्य मिलेगा जिससे किसानों को प्रोत्साहन और आय में भी बढ़ोतरी होगी ।

👉 E-NAM Portal की विशेस्ताएं क्या है ?

 ई-नाम / E-NAM की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 में की गई थी जिसके तहत रजिस्टर्ड होकर किसान अपनी उपज के ऊपर उचित मूल्य प्राप्त कर सकता है और अपनी उपज को देश में जहां भी चाहे वहां बेच सकता है ।
● इस पोर्टल के आने से किसानों को अब बिचौलियों पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं है वह सरकार के द्वारा जोड़े गए 585 मंडियों में अपने फसलों को सीधा भेज सकता है ।
● केंद्रीय कृषि मंत्रालय के तहत काम करने वाला “लघु कृषक कृषि व्यापारी संघ” (एनएफसी) ई-नाम / E-NAM को लागू करने वाली सबसे बड़ी संस्था है जो सरकार की इस योजना में अहम भूमिका रखता है ।
● सरकार का मकसद इस साल ई-नाम / E-NAM में 200 और मंडियों को जोड़ने का है साथ ही अगले साल 215 नए मंडी को भी इसमें शामिल किए जा सकते हैं ।
● देशभर में अभी करीब 2700 कृषि उपज मंडी और 4000 उप बाजार मौजूद है । ई-नाम / E-NAM से अब दो राज्यों के बीच काम किया जाना संभव हो सका है.

दोस्तों, हमारी वेबसाइट (Jankariplus.Com)सरकार द्वारा चलाई जाने वाली वेबसाइट नहीं है,ना ही किसी सरकारी मंत्रालय से इसका कुछ लेना देना है | यह ब्लॉग किसी व्यक्ति विशेष द्वारा, जो सरकारी योजनाओं में रुचि रखता है और औरों को भी बताना चाहता है, द्वारा चलाया गया है | हमारी पूरी कोशिश रहती की एकदम सटीक जानकारी अपने पाठकों तक पहुंचे जाए लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद भी गलती की सम्भावना को नकारा नहीं जा सकता| इस ब्लॉग के हर आर्टिकल में योजना की आधिकारिक वेबसाइट की जानकारी दी जाती है| हमारा सुझाव है कि हमारा लेख पढ़ने के साथ साथ आप आधिकारिक वेबसाइट से भी जरूर जानकारी लीजिये | अगर किसी लेख में कोई त्रुटि लगती है तो आपसे आग्रह है कि हमें जरूर बताएं |

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