हृदय रोग के लिए बहुत उपयोगी है ये उपाय.

🙏सेब, पानी और मिश्री👉200 ग्राम सेब को छिलके सहित छोटे-छोटे टुकड़े करके आधा लीटर पानी में डाल दें| फिर इस पानी को आंच पर रखें| जब पानी जलकर एक कप रह जाए तो मिश्री डालकर सेवन करें| यह दिल को मजबूत करता है|🙏आंवला और मिश्री👉आंवले के चूर्ण में मिश्री मिलाकर एक चम्मच की मात्रा में भोजन के बाद खाएं| यह दिल की धड़कन सामान्य करता है| इससे रक्तचाप में भी लाभ होता है क्योंकि दिल की धड़कन तेज होने पर रक्तचाप भी बढ़/घट जाता है|

  • 🙏पपीता👉पके पपीते का रस एक कप की मात्रा में भोजन के बाद सेवन करें।
  • 🙏गाजर👉आधा कप गाजर का रस गरम करके प्रतिदिन दोपहर के समय पिएं|
  • 🙏सेब और चांदी👉सेब का मुरब्बा चांदी का वर्क लगाकर खाएं|
  • 🙏कपूर👉दिल धड़कने पर जरा-सा कपूर जीभ पर रखकर चूसें|
  • 🙏सेब, कालीमिर्च और सेंधा नमक👉आधे कप सेब के रस में चार कालीमिर्च का

चूर्ण तथा एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर सेवन करें|
🙏इलायची और शहद👉लाल इलायची के दानों को पीसकर चूर्ण बना लें| इसमें से चौथाई चम्मच चूर्ण शहद में मिलाकर खाएं|
🙏टमाटर और पीपल👉टमाटर के रस में पीपल के पेड़ के तने की छाल का 4 ग्राम चूर्ण मिलाकर सेवन करें| टमाटर के रस की मात्रा आधा कप होनी चाहिए|


🙏पानी और नीबू पानी में आधा नीबू निचोड़ें तथा उसमें दो चुटकी खाने वाला सोडा डालें| इस नीबू-पानी को पीने से दिल की धड़कन सामान्य हो जाती है|
🙏अजवायन, सेंधा नमक और पानी👉आधा चम्मच अजवायन तथा एक चुटकी सेंधा नमक – दोनों को पीसकर गुनगुने पानी के साथ खाएं| यह चूर्ण दिल की तेज धड़कन को सामान्य बना देता है| यह एक बेहतरीन नुस्खा माना जाता है|


🙏अदरक, तुलसी और सेंधा नमक👉अदरक का रस एक चम्मच, तुलसी के पत्तों का रस चौथाई चम्मच, लहसुन का रस दो बूंद तथा सेंधा नमक एक चुटकी – सबको अच्छी तरह मिलाकर उंगली से चाटें| चाटते समय इस बात का ध्यान रखें कि पेट में लार अधिक मात्रा में जाए|
🙏अनार, कालीमिर्च और से�

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