दीपावली के दिन ऐसा करने से मिलती है माँ लक्ष्मी की कृपा और कष्टों से मुक्ति. सूर्य ग्रहण पर ऐसा मत करें.

🌷 दिवाली के दिन 🌷24 अक्टूबर शुभ दीपावली

दीपावली 2022 पूजा के शुभ मुहूर्त (Diwali Pujan Shubh Muhurat 2022) –

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। लक्ष्मी पूजन की कुल अवधि 01 घंटा 23 मिनट की है।

लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल व वृषभ काल में (Deepawali Pujan Muhurat 2022)-

लक्ष्मी-गणेश पूजन प्रदोष काल में 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 43 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। वृषभ काल शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।


🎆 दिवाली के दिन घर के पहले द्वार पर चावल का आटा और हल्दी का मिश्रण करके स्वस्तिक अथवा ॐ लगा देना, ताकि गृह दोष दूर हों और लक्ष्मी की स्थिति हो


🙏🏻
🌷 लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय 🌷
🎆 दीपावली (24 अक्टूबर 2022) सोमवार की रात मुख्य दरवाजे के बाहर दोनों तरफ १-१ दिया गेहूँ के ढेर पे जलाएं और कोशिश करें की दिया पूरी रात जले| आपके घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होगी|


🙏🏻 जिनके घर में आर्थिक परेशानी हो वो घर में भगवती लक्ष्मी का पूजन करें|
🌷 ॐ महालक्ष्मऐ नमः
🌷 ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः
🌷 ॐ श्रीं नमः
🙏🏻 इन मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का जप करें|
🌙 रात को चंद्रमा को अर्घ्य दें |
👉🏻 अर्घ्य देते समय :
🌷 ॐ सोमाय नमः |
🌷 ॐ चन्द्रमसे नमः |
🌷 ॐ रोहिणी कान्ताय नमः |
🌷 ॐ सोमाय नमः |
🌷 ॐ चन्द्रमसे नमः |
🌷 ॐ रोहिणी कान्ताय नमः |


👉🏻 इन मन्त्रों से पूजन करें |
🎆 दिवाली की रात को चाँदी की छोटी कटोरी या दिये में कपूर जलने से दैहिक दैविक और भौतिक परेशानी/कष्टों से मुक्ति होती है| दिवाली के दिन स्फटिक की माला से
👉🏻 इन मन्त्रों के जप करने से लक्ष्मी आती हैं
🌷 ॐ महालक्ष्मऐ नमः
🌷 ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः
🌷 ॐ श्रीं नमः


🎆 *दिवाली की रात गणेशजी को लक्ष्मी जी के बाएं रख कर पूजा की जाये तो कष्ट दूर होते हैं. अगर घर में खींचातानी हो या दुकान में बरकत नहीं हो तो *हर रविवार को एक लोटे में जल भर कर २१ बार गायत्री मन्त्र (ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात) *का जप करके जल को दीवारों पर छाँट दे पर ध्यान रहे की पैरों के नीचे जल ना आये
? *दिवाली में* 🌷


🎆 *दीपावली की सुबह तेल से मालिश करके स्नान करना चाहि
🌷 *भूत प्रेत से रक्षा*
🎆 दिवाली के दिन सरसों के तेल का या शुध्द घी का दिया जलाकर काजल बना ले…ये काजल लगाने से भूत प्रेत पिशाच, डाकिनी से रक्षा होती है…और बुरी नजर से भी रक्षा होती है।
🙏🏻🌷 माँ लक्ष्मी मन्त्र 🌷
🎆 दिवाली (24 अक्टूबर 2022) सोमवार की रात कुबेर भगवान ने लक्ष्मी जी की आराधना की थी तो कुबेर बन गए ,जो धनाढ्य लोगो से भी बड़े धनाढ्य हैं..सभी धन के स्वामी हैं..ऐसा इस काल का महत्त्व है.. दिया जला के जप करने वाले को धन, सामर्थ्य , ऐश्वर्य पाए…ध्रुव , राजा प्रियव्रत ने भी आज की रात को लक्ष्मी प्राप्ति का , वैभव प्राप्ति का जप किया था…मन्त्र बहुत सरल है…मन्त्र का फल प्राप्त करने के लिए श्रद्धा से मंत्र सुने –
🌷 माँ लक्ष्मी मन्त्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा

👉🏻 *25अक्टूबर 2022 मंगलवार को खंडग्रास सूर्यग्रहण


🌔 *जब भी सूर्य ग्रहण हो तो एक माला इस मंत्र की करें :-*
🌞 मंत्र – ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम: |…. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:| …. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:
👉🏻 और चंद्र ग्रहण हो तो एक माला नीचे मंत्र की करें :-
🌙 मंत्र – ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: | …. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: | …. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:
🙏🏻

🌷 ग्रहण दर्शन ना करें 🌷


🌗 *कोई-कोई TV Channel वाले नादान होते हैं.. ग्रहण का दृश्य लाईव दिखाते हैं .. ये नहीं देखना चाहिए और ग्रहण की छाया भी हम पर न पड़े इसका ध्यान
🌷 *ग्रहण के समय उसके देवता का मंत्र जप* 🌷
🌔 ग्रहण का समय हो तो उस समय ग्रहण के देव का नाम जप करने से उस ग्रह का माने सूर्य या चन्द्र का विशेष आशीवार्द प्राप्त होते हैं चन्द्र ग्रहण में चन्द्र देव का मंत्र …
🌷 ॐ सोमाय नमः
🌷 ॐ रोहिणी कान्ताय नमः
🌷 ॐ चन्द्रमसे नमः
👉🏻 फिर चन्द्र देव की स्तुति का श्लोक
🌷 “दधीशंख: तुषाराभम् क्षीरोरदार्णव संनिभम्, नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम्”
👉🏻 फिर चन्द्र गायत्री मंत्र बोलें …
🌷 ” ॐ अमृतान्गाय विदमहे कलारुपाय धीमहि तन सोमः प्रचोदयात “
और अगर सूर्य ग्रहण हो तो सूर्य गायत्री मंत्र है
🌷 ” ॐ आदित्याय विदमहे भास्कराय धीमहि तन भानु प्रचोदयात “
🙏🏻 🙏🏻🌷🌻☘🌸🌹🌼🌺💐🙏🏻

*🔔👉आज का विचार👈🔔*
*दीपावली पर शुभकामना संदेश*
मित्रों!प्रभु श्रीरामचंद्र जी के वन से लौटने से पहले अवध में अंधकार,विषाद,निरसता ने ढेरा डाला हुआ था लेकिन प्रभु रामजी के अवध वापसी के साथ ही प्रकाश,प्रसन्नता,परमार्थ के साम्राज्य की स्थापना हुई। *संदेश:-* मनुष्य के मन में जैसे जैसे प्रेम,ज्ञान,भक्ति रूपी परमात्मा का आगमन होने लगता है तो उदासी,टेंशन, घबराहट रूपी अंधकार स्वयमेव दूर होने लगता हैं।
*दिवाली पूजन:-* बिना गणेश के लक्ष्मी पूजन अर्थहीन ही रहेगा।लक्ष्मी पूजन के समय मन में भाव रखे की बिना गणेश के लक्ष्मी की जरूरत नहीं है।गणेश यानी सदबुद्धि और लक्ष्मी यानी समृद्धि।बिना सद्बुद्धि(गणेश) के समृद्धि(लक्ष्मी)सिर्फ दुःख पीड़ा बैचेनी ही देगी, अतः निश्चय करे सद्बुद्धि के बिना लक्ष्मी की कामना नही करेंगे.

यह जानकारी jankariplus.com के द्वारा दी गयी शुद्ध और सटीक है. 🚩जय माँ लक्ष्मी 🚩शुभ दीपावली 🙏🏻

Leave a Comment